Agra News : नगर निगम में विपक्ष की भूमिका निभाने वाली बसपा बड़ा प्लान कर रही है। नगर निगम के कई अधिकारियों की कार्यप्रणाली को जनता के बीच सबूतों के साथ लाएगी। बसपा पार्षद तैयारियों को लेकर गुरुवार को बैठक करेंगे।
आगरा, उत्तर प्रदेश
Agra News : नगर निगम में अधिकारियों की मनमानी को लेकर बसपा ने मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने नगर निगम से लेकर नगर आयुक्त के कैंप कार्यालय व आवास पर धरना प्रदर्शन करके आंदोलन की चेतावनी दे डाली है। पार्षदों ने नगर आयुक्त को अव्यवस्थाएं दूर करने के लिए एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। मांगें पूरी न होने पर बसपाई आंदोलन करेंगे। पार्षदों में अधिकारियों के व्यववहार को और कार्यशैली को लेकर आक्रोश बढ़ रहा है।
आगरा नगर निगम के बोर्ड में 100 पार्षद हैं, जिनमें बहुजन समाज पार्टी के 25 पार्षद हैं। बाहुल्य में दूसरे नंबर की पार्टी है, जो विपक्ष की भूमिका में है। नगर निगम के वार्ड नंबर 33 खंदारी के बसपा पार्षद सुनील शर्मा ने बताया कि बसपा अब बड़ा करेगी, जिसकी तैयारी चल रही है। इसको लेकर गुरुवार को एक बैठक बुलाई गई है। बैठक में बसपा दल के पार्षद रणनीति पर चर्चा करेंगे। नगर निगम के अधिकारियों की मनमानी नहीं चलने देंगे। उनके खिलाफ सड़क पर उतरना पड़े तो पीछे नहीं हटेंगे। नगर निगम के अधिकारी शासन से निर्धारित समय 10 से 12 बजे तक अपने कार्यालय में जरूर बैठें। कार्यालय आने वाले लोगों से मिलें, उनकी समस्याओं को सुनें और समाधान के लिए कदम उठाएं। उन्होंने बताया कि यहां तो अधिकारियों की खूब मनमानी चल रही है। कार्यालय में उनके आने-जाने को कोई समय निर्धारित नहीं है। मन में आये तब कार्यालय आते हैं। उनकी इस कार्यशैली से समस्याएं बढ़ रही हैं। लोग बिना मिले ही मायूस होकर लौट जाते हैं। इससे जनता में नगर निगम को लेकर गलत संदेश जाता है।
बसपा पार्षद दल नगर निगम में लंबे समय से विपक्ष की भूमिका निभा रहा है। पिछले बोर्ड में भी बसपा पार्षदों ने मेयर और नगर निगम के अधिकारियों पर मनमानी करने के आरोप लगाए थे। विकास कार्यों में भेदभाव करने के आरोप लगाए थे। इस बोर्ड में भी लगभग वैसे ही आरोप बसपा के पार्षद लगा रहे हैं। उन्होंने इस बार आंदोलन का चेतावनी देने के लिए नगर आयुक्त के कैंप कार्यालय पर धरना प्रदर्शन तक कर डाला था।

भले ही उत्तर प्रदेश के उच्च सदन में बसपा विपक्ष की जिम्मेदारी से कोसों दूर है, लेकिन शहर के मिनी सदन में वर्षों से विपक्ष की भूमिका निभा रही है। सूबे में सरकारें बदलती हैं, लेकिन नगर निगम के सदन में बसपा विपक्ष की आवाज बनी रहती है। अब बसपा ने विकास कार्यों में बढ़ते भेदभाव और जनता की समस्याओं को लेकर नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार और अव्यवस्थाओं वाले ‘राज’ को खोलने का निर्णय किया है। इस आंदोलन की रूपरेखा बनाई जा रही है, जिसको लेकर पूर्व में बैठक भी की गई है। बसपा पार्षद अब जिम्मेदारों की मनमानी से दो-दो हाथ करने का मूड बना चुके हैं। धरना प्रदर्शन करके इसकी शुरुआत बसपा पार्षदों ने कर दी है। शहर का मिनी सदन भाजपा बाहुल्य है। यहां बोर्ड दर बोर्ड भाजपा मजबूत हो रही है। भाजपा का बहुमत होने के कारण विपक्ष की आवाज कमजोर होती जा रही है। बसपा अपनी आवाज को बुलंद करने की तैयारी में जुट गई है। बसपा के पार्षदों ने हाईवे स्थित नगर आयुक्त के कैंप कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया था। जमकर नारेबाजी करते हुए अधिकारियों पर आरोप लगाए। बसपा पार्षदों का आरोप है कि नगर निगम में नगर आयुक्त एवं अन्य अधिकारी नहीं मिलते हैं। नगर आयुक्त और कई अधिकारी बसपा पार्षदों के फोन कॉल तक नहीं रिसीव करते हैं। उनका कहना है कि बसपा निर्वाचित पार्षदों के वार्डों में विकास कार्य होने हों या अव्यवस्थाएं दूर करने की बात तो उसमें भेदभाव हो रहा है।
Agra News : बसपा के पार्षदों के साथ भेदभाव (Discrimination against BSP councilors)
बसपा दल नेता डॉ. यशपाल सिंह का कहना है कि नगर निगम के अधिकारियों द्वारा बसपा के पार्षदों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। वार्डों में विकास कार्य होने हैं, लेकिन शिकायतों और प्रस्तावों पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। भाजपा पार्षदों के वार्डों में खूब विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। सफाई, पथ प्रकाश और निर्माण पर अधिकारियों का ध्यान है, लेकिन बसपा पार्षदों के वार्डों की अनदेखी हो रही है। अब बहुत हो गया, अधिकारी बसपा और बसपाईयों को कमजोर न समझें। अब बताएंगे कि नगर निगम में कहां क्या हो रहा है।

Agra News : नगर निगम में विपक्ष की भूमिका में है बसपा (BSP is in the role of opposition)
बसपा के पार्षदों का कहना है कि कहा कि अब अधिकारियों की मनमानी नहीं चलने देंगे। नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार और अव्यवस्थाओं को लेकर आंदोलन करेंगे, जिसकी रूपरेखा बनाई जा रही है। नगर निगम में कहां-कहां भ्रष्टाचार हैं और क्या-क्या अव्यवस्थाएं हैं इसका खुलासा करके जनता को बताएंगे। भाजपा भ्रष्टाचार रोकने और सबका साथ- सबका विकास की बात करती हैं, लेकिन नगर निगम में भ्रष्टाचार चरम पर है तथा विकास कार्यों में भेदभाव किया जा रहा है। जिन टेंडरों पर कार्य होते हैं उनमें ज्यादातर भाजपा पार्षदों वाले वार्डों के कार्य शामिल होते हैं। बैठक में पार्षदों ने कहा कि सदन में प्रस्ताव लगाए जाते हैं, लेकिन उन पर कोई कार्यवाही नहीं होती है। जनता क्षेत्रीय पार्षद के पास आती है उसे तो समस्याओं का समाधान चाहिए। जनता हाउस टैक्स, सीवर टैक्स और पानी का टैक्स देती है। इसके बाद भी लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है।
Agra News : आगरा नगर निगम की कार्यकारिणी में कांग्रेस-सपा का पत्ता साफ (Congress-SP’s cards clear in the executive of Agra Municipal Corporation)
आगरा नगर निगम के 100 वोर्डों में कांग्रेस का एक पार्षद, सपा के तीन, बसपा के 25 और बाकी भाजपा के पार्षद हैं। बता दें कि पिछले बोर्ड में बसपा के 27 पार्षद चुनकर आये थे। इस वर्तमान बोर्ड में भी 27 पार्षद चुनकर आये। कुछ दिनों तक आंकड़ा 27 ही बना रहा, लेकिन बसपा के दो पार्षद भाजपा में चले गए। अब बसपा दल में 25 पार्षद हैं। नगर निगम में बसपा विपक्ष की भूमिका में है। बात करें कार्यकारिणी की तो यहां बसपा की तरफ से एक सदस्य है। कांग्रेस और सपा का कोई सदस्य नहीं है।
Agra News: दो बार से सिंबल पर हुए चुनाव (Elections were held on symbols for the last two times)
उत्तर प्रदेश में राजनीतिक पार्टियां अपनी ताकत का पता लगाने के लिए पिछले दो स्थानीय निकाय चुनाव (2017 व 2023) पार्टी के सिंबल पर लड़े हैं। किसी का वोट प्रतिशत कम हुआ तो किसी का बढ़ा है। टिकट के लिए खूब मारामारी रही थी। ज्यादातर नये चेहरों को चुनावी मैदान में उतारा था। कई बार के पार्षदों की संख्या कम है। जिन्हें नगर निगम की कार्यप्रणाली का अनुभव और कार्य कराने का तरीका पता है।

Agra News: सदन में बसपा का भेदभाव का रहता मुद्दा (BSP’s issue of discrimination remains in the House)
आगरा नगर निगम के सदन में बसपा विपक्ष की भूमिका में है। विकास कार्यों को लेकर बसपा अधिकारियों पर भेदभाव करने का आरोप लगाती है। सदन के अधिवेशन में कई बार यह मुद्दा बसपा उठा चुकी है। सदन के अधिवेशन में भेदभाव को लेकर हंगामा भी हो चुका है। बसपा पार्षदों का आरोप है कि नगर निगम के अधिकारी गैर बसपा वाले वार्डों में खूब विकास कार्य करवा रहे हैं, लेकिन जहां बसपा का पार्षद निर्वाचित हुआ है वहां विकास कार्यों में भेदभाव किया जा रहा है। इसको लेकर कई बार अधिकारियों और मेयर को अवगत कराया गया, लेकिन अभी तक इस और कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। विकास कार्य करना तो दूर की बात खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटों को भी ठीक करने के लिए चक्कर लगाए जाते हैं।

Agra News: बसपा पार्षदों के यहां सबसे अधिक मलिन बस्तियां (BSP councilors have the highest number of slums)
बसपा के पार्षदों का आरोप है कि उनके वार्डो में सबसे अधिक मलिन बस्तियां हैं। इसके बाद भी नगर निगम के अधिकारी वहां विकास कार्य करने में भेदभाव कर रहे हैं। मलिन बस्तियों में रहने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। शिकायतों के बाद भी नगर निगम द्वारा उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है।
Agra News: मेयर के आवास पर भी दिया था धरना (There was also a protest at the mayor residence)
आगरा नगर निगम के सदन में बसपा खुद को भेदभाव का शिकार बता रही है। बता दें कि पिछले बोर्ड में भी बसपा ने यही आरोप मेयर पर लगाए थे। तत्कालीन मेयर नवीन जैन के आवास पर बसपा के पार्षदों ने धरना प्रदर्शन किया था। उन्होंने मेयर पर बसपा पार्षदों के साथ भेदभाव का आरोप लगाया था। उसे समय पार्षदों ने धरना प्रदर्शन करके महापौर के खिलाफ खूब नारेबाजी करके विरोध जताया था।
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