Mahakumbh : महाकुंभ प्रयागराज में मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रदेश की योगी सरकार को घेरा है। उन्होंने सरकार की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाते हुए व्यवस्था से जुड़े सुझाव दिए हैं।
महाकुंभ नगर/प्रयागराज
Mahakumbh : सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार रात महाकुंभ में फंसे लोगों को राहत देने के लिए व्यवस्था संबंधित सुझाव प्रदेश सरकार को दिए गए हैं। उन्होंने x (एक्स) पर पोस्ट में कहा कि भोजन-पानी के लिए जगह-जगह दिन-रात ढाबे खोलने और भंडारों के आयोजन की अपील की जाए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश भर से मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ को स्वयंसेवी लोगों के दोपहिया वाहनों के माध्यम से दूरस्थ इलाकों में फंसे लोगों तक पहुंचाने की व्यवस्था हो। महाकुंभ के आसपास और प्रदेश भर में मीलों तक फंसे वाहनों को पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। दवाई की दुकानों को दिन-रात खोलने की अनुमति दी जाए। सर्दी से बचने के लिए लोगों को कपड़े और कंबल उपलब्ध कराया जाए।
Mahakumbh : महाकुंभ का प्रशासन और प्रबंधन तत्काल सेना को सौंप देना चाहिए (The administration and management of Mahakumbh should be immediately handed over to the army)
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि महाकुंभ में आए संत समाज और श्रद्धालुओं में व्यवस्था के प्रति पुनर्विश्वास जगाने के लिए ये आवश्यक है कि महाकुंभ का प्रशासन और प्रबंधन तत्काल सेना को सौंप देना चाहिए। विश्वस्तरीय व्यवस्था का प्रचार करने वालों के दावों की सच्चाई अब सबके सामने आ गई है। जो लोग भी मिथ्या प्रचार कर रहे थे, उन्हें इस हादसे की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपना पद त्याग देना चाहिए।
उन्होंने कहा था कि हमारी सरकार से अपील है कि गंभीर रूप से घायलों को एयर एंबुलेंस की मदद से निकटतम अच्छे अस्पतालों तक पहुंचाकर तुरंत चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए। मृतकों के शवों को चिन्हित करके उनके परिजनों को सौंपने और उन्हें उनके निवास स्थान तक भेजने का प्रबंध किया जाए। जो लोग बिछड़ गये हैं, उन्हें मिलाने के लिए त्वरित प्रयास किये जाएं। हेलीकॉप्टर का सदुपयोग करते हुए निगरानी बढ़ाई जाए। श्रद्धालुओं से भी अपील है कि वो इस कठिन समय में संयम और धैर्य से काम लें और शांतिपूर्वक अपनी तीर्थयात्रा संपन्न करें। सरकार आज की घटना से सबक लेते हुए श्रद्धालुओं के रुकने, ठहरने, भोजन-पानी एवं अन्य सुविधाओं के लिए अतिरिक्त प्रबंध करे।
अखिलेश यादव ने कहा है कि जहां हजारों करोड़ों रुपये प्रचार पर और दुर्घटना की खबरें दबाने के लिए बहाए जा रहे हैं, वहां पीड़ितों के लिए कुछ करोड़ रुपए खर्च करने से सरकार पीछे क्यों हट रही है?

Mahakumbh: न्यायिक आयोग की टीम करेगी जांच (Judicial team will investigate)
प्रदेश की योगी सरकार ने भगदड़ हादसे की जांच के लिए न्यायिक आयोग बनाया है। रिटायर्ड जज हर्ष कुमार के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है। कमेटी ने घटना के दूसरे दिन से ही अपना काम शुरू कर दिया था। 31 जनवरी को कमेटी महाकुंभ में आएगी। इस कमेटी में पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार, पूर्व आईएएस दिनेश कुमार सिंह और पूर्व आईपीएस वीके गुप्ता शामिल हैं।महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ की जांच करने के लिए न्यायिक आयोग की टीम प्रयागराज पहुंचेगी। इसके बाद रिटायर्ड जज हर्ष कुमार के नेतृत्व वाली तीन सदस्यों की टीम मेला क्षेत्र में जाएगी। यहां अधिकारियों से पूछताछ करेगी। एक महीने में अपनी रिपोर्ट सरकार को आयोग सौंपेगा।
Mahakumbh : भंडारे में रख डालने वाला इंस्पेक्टर सस्पेंड (The inspector who kept the warehouse suspended)
महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बनाए जा रहे भंडारे में राख डालने वाले इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने X पर वीडियो शेयर किया था। इसके बाद राख डालने वाले सोरांव थाना प्रभारी ब्रजेश तिवारी के खिलाफ पर कार्रवाई करते हुए सस्पेंड कर दिया।
Mahakumbh : वीआईपी प्रोटोकॉल पर सख्ती से रोक (Strict ban on VIP protocol)
प्रदेश की योगी सरकार ने सभी तीर्थयात्रियों के लिए समान अनुभव सुनिश्चित करने के लिए ‘अमृत स्नान’ और अन्य प्रमुख स्नान पर्वों पर वीआईपी प्रोटोकॉल पर सख्ती से रोक लगा दी है। बसंत पंचमी, माघ पूर्णिमा और महाशिवरात्रि के दौरान प्रयागराज जाने की योजना बनाने वाले वीआईपी और वीवीआईपी प्रतिनिधिमंडलों को कोई प्रोटोकॉल नहीं मिलेगा। इस कार्य को लेकर अधिकारी अलर्ट हैं।

Mahakumbh : मौनी अमावस्या से पहले ही आ गई थी ज्यादा भीड़ (A large crowd had arrived even before Mauni Amavasya)
मिली जानकारी के अनुसार मौनी अमावस्या पर लगभग 8 करोड़ लोगों ने गंगा जी के पवित्र जल में आस्था की डुबकी लगाई थी। मौनी अमावस्या पर स्नान के लिए बीते एक-दो दिन पहले से ही भारी संख्या में लोग यहां पहुंचने लगे थे। मौनी अमावस्या के चलते हर कोई संगम में स्नान करना चाह रहा था। इसके चलते मंगलवार शाम से ही संगम नोज पर भारी भीड़ पहुंच गई थी। कई श्रद्धालु तो ऐसे भी थे जो मध्य रात्रि में ही संगम क्षेत्र में पहुंच गए थे। वे वहां आराम करने लगे थे। इस बीच रात करीब 2 बजे संगम नोज के पास भगदड़ मच गई। आनन-फानन में कड़े प्रयासों के बाद स्थिति पर काबू पाया गया था। इस हादसे में 30 श्रद्धालुओं ने अपनी जान गंवा दी। 60 श्रद्धालुओं का इलाज चल रहा है।

Mahakumbh : मेला क्षेत्र नो व्हीकल जोन घोषित (Fair area declared no vehicle zone)
मौनी अमावस्या अमृत स्नान पर्व पर भगदड़ मचने के बाद प्रशासन ने मेला में ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर नया आदेश जारी किया है। पूरे मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। दो पहिया वाहनों को भी मेला में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। जनपद की सीमाओं पर रोके गए वाहनों को छोड़ दिया गया है। इसके बाद भी मेला क्षेत्र की सीमा पर जाम की स्थिति बन गई। नवाबगंज, अंदावा रिंग रोड बाईपास, सोरांव और चित्रकूट रोड पर गौहनिया के पास वाहनों को रोक दिया जा रहा है। मेला में रोजाना से कम भीड़ है।
Mahakumbh : मेला क्षेत्र में अब क्या हैं हालात (What is the situation now in the fair area?)
मेला क्षेत्र में संगम तटों पर बैरिकेडिंग का कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है, जिससे भीड़ नियंत्रण में रहे। श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए हर सेक्टर और जोन में विशेष व्यवस्था की गई है। इस दौरान किसी भी तरह का प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा। उच्चाधिकारी लगातार मॉनिटरिंग के रहे हैं।
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