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Corruption News : नगर आयुक्त की ‘डायरी’ में इन भ्रष्टाचारियों के नाम! Names of these corrupt people in the ‘diary’ of the Municipal Commissioner!
Corruption News : आगरा नगर निगम में निर्माण कार्यों में मानकों की अनदेखी की जा रही है, जिसके खुलासे नगर आयुक्त के निरीक्षण और उनके द्वारा कराई जा रहीं जांचों में हो रहा है। एक बार फिर भ्रष्टाचार की तस्वीर साफ हो गई। मानकों की अनदेखी करने वाले एवं फर्जी दस्तावेज (कूटरचित दस्तावेज) का इस्तेमाल करने वाले बेखौफ हैं।
Corruption News : आगरा नगर निगम में भ्रष्टाचार की नींव फिर गहरी होने लगी है। मौके पर निर्माण कार्य में मानकों की अनदेखी तो छोड़िए दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा भी नहीं रुक रहा है। नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने फर्मों की जो जांच शुरू कराई थी, वह ठंडे बस्ते में चली गई। इससे फर्जी दस्तावेजों के सहारे नगर निगम की धनराशि को ठिकाने लगाने वाली फर्मों का मनोबल बढ़ गया है। इस तरह की फर्मों की चर्चाएं होती हैं, लेकिन जांच और कार्रवाई तक नहीं पहुंचती हैं। लाख-दस लाख रुपये के काम छोड़िए ऐसी फर्में मोटी धनराशि वाली टेंडर प्रक्रिया में भी प्रतिभाग करती हैं। ये टेंडर भी अपने पक्ष में पाती हैं। सवाल उठता है क्या यूं ही भ्रष्टाचार एवं फर्जीवाड़े की भेंट विकास कार्य चढ़ते रहेंगे ? नगर आयुक्त के सामने जिस तरह से भ्रष्टाचार एवं फर्जीवाड़े के मामले आ रहे हैं क्या वे कोई ठोस कदम उठाएंगे, जिससे योगी सरकार की जीरो टॉलरेंसी की नीति नगर निगम में प्रभावशाली हो ? चर्चा पर विश्वास करें तो नगर आयुक्त भ्रष्टाचारियों एवं मनमानी करने वालों की कुंडली तैयार कर रहे हैं।
आईएएस अधिकारी व आगरा नगर आयुक्त अंकित खंड़ेलवाल नगर निगम में व्याप्त अव्यवस्थाओं को दूर करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। वे समय-समय पर समीक्षा करके अधीनस्थों को गुणवत्ता युक्त कार्य करने के निर्देश देते हैं, इसके बाद भी मनमानी एवं भ्रष्टाचार करने वालों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल स्वयं मौके पर जाकर विकास कार्यों का निरीक्षण करते हैं, उन्हें भी विकास कार्यों में मनमानी एवं भ्रष्टाचार मिलता है। वे जांच करवाते हैं और जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई भी करते हैं। नगर आयुक्त को शिकायत मिली की इंटरलॉकिंग के कार्य में ठेकेदार द्वारा मानकों की अनदेखी की जा रही है। उन्होंने शिकायत को गंभीरता से लिया और जांच के आदेश दिये। नगर निगम की हरीपर्वत जोन क्षेत्र में सिकंदरा चौराहा से गेटवेल हॉस्पिटल होते हुए रेलवे लाइन तक सड़क पटरी पर इंटरलॉकिंग कार्य में बड़ी लापरवाही सामने आई है। नगर निगम की ओर से कराए जा रहे इस कार्य में ठेकेदार द्वारा मानकों की अनदेखी और घटिया सामग्री इस्तेमाल किए जाने की पुष्टि हुई है। क्षेत्रीय अवर अभियंता ने कार्यदायी संस्था आरके एंटरप्राइजेज पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाने की संस्तुति नगर आयुक्त से की है।
नगर निगम के निर्माण कार्यों में किसी भी स्तर पर लापरवाही या मानकों से समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शिकायत मिलने पर तुरंत जांच कराई गई और दोषी पाए जाने पर जुर्माने की कार्रवाई की जा रही है। भविष्य में भी इसी तरह सख्त कदम उठाए जाएंगे, जिससे गुणवत्ता से कोई समझौता न हो।
अंकित खंडेलवाल नगर आयुक्त, आगरा
शिकायत पर हुई जांच, मिली सही
स्थानीय लोगों ने नगर आयुक्त से शिकायत की थी कि निर्माण कार्य में टाइल्स लगाने से पूर्व डाली जाने वाली जीएसबी (ग्रेन्युलर सब-बेस) में मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। इस पर नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने क्षेत्रीय अवर अभियंता हरिओम को मौके पर जाकर जांच करने के निर्देश दिए थे।
जांच में खुली गुणवत्ता की पोल
अवर अभियंता हरिओम की जांच रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि ठेकेदार ने जीएसबी की गुणवत्ता से समझौता किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कार्य मानक अनुरूप नहीं किया जा रहा है। लोगों की शिकायतें सही पाई गईं। इसके बाद ठेकेदार पर एक लाख रुपये की पेनाल्टी की संस्तुति की गई।
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